Welcome 2023: बजट से पहले जानें साल 2023 में खुद का घर बनवाना सस्ता होगा या महंगा? सरिया, सीमेंट, लोहे के खर्चे समेत इतनी आएगी लागत

Home Construction: खुद का घर बनवाने का सपना हर किसी का होता है. हालांकि घर बनाने का काम आसान नहीं होता है. घर बनाने के लिए काफी पूंजी की भी जरूरत पड़ती है. हर किसी के पास घर बनवाने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं होती है. जिसके बाद लोग घर बनवाने के लिए लोन के लिए भी आवेदन करते हैं. वहीं साल 2022 खत्म होने को है और साल 2023 शुरू होने वाला है. कई लोग नए साल में खुद का घर बनवाने की तरफ कदम बढ़ा सकते हैं. ऐसे में आज हम केंद्रीय बजट 2023 से पहले आपको बताने वाले हैं कि नए साल में आपको घर बनवाने में औसतन कितना खर्चा आ सकता है.
घर बनाने के लिए औसतन कीमत
घर बनवाने के लिए जो सामान चाहिए वो अलग-अलग कैटेगरी के आते हैं. मसलन घर बनवाने में हल्के मैटेरियल का इस्तेमाल किया जाएगा तो वो सस्ता पड़ेगा लेकिन अगर प्रीमियम मैटेरियल का इस्तेमाल किया जाएगा तो वो महंगा पड़ेगा. ऐसे में आज हम आपको औसतन एक कीमत बताने वाले हैं, जो कि घर बनाने के लिए लग सकती है.
घर बनाने में खर्च
घर बनाने के लिए हर किसी का बजट अलग-अलग होता है. ऐसे में निर्माण की साम्रगी को अलग-अलग कैटेगरी (A,B,C) में बांटा जाता है, ताकी बजट के अनुसार चीजें आ सके और घर बनवाया जा सके. यहां हम उदाहरण के तौर पर 1000 स्क्वायर फुट जगह पर भारत में घर बनाने के खर्च के बारे में बता रहे हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में…
C कैटेगरी
इस कैटेगरी में काफी सस्ते सामान शामिल किए जाते हैं. इनमें कम गुणवत्ता वाले ईंट, रेत, फिक्स्चर, सीमेंट, स्टील आदि सामानों का इस्तेमाल किया जाता है. अगर सबसे निम्न दर्जे के सामान का इस्तेमाल कर 1000 स्क्वायर फुट जगह पर घर बनाया जाए तो इसकी लागत कम से कम करीब 7-10 लाख रुपये आ सकती है.
B कैटेगरी
इस कैटेगरी में जो सामान इस्तेमाल किया जाता है वो C कैटेगरी वाले सामान की तुलना में बेहतर होता है. इसमें ईंट, रेत, फिक्स्चर, सीमेंट, स्टील आदि ज्यादा खराब नहीं होते हैं. इस कैटेगरी के सामान का इस्तेमाल कर 1000 स्क्वायर फुट जगह पर घर बनाया जाए तो इसकी लागत कम से कम करीब 10-15 लाख रुपये आ सकती है.
A कैटेगरी
इस कैटेगरी में जो भी सामान इस्तेमाल किया जाता है वो हाई क्वालिटी का इस्तेमाल होता है. जिसके कारण इसकी लागत काफी ज्यादा आती है. इसमें हाई क्वालिटी वाले ईंट, रेत, फिक्स्चर, सीमेंट, स्टील आदि का इस्तेमाल किया जाता है. इस कैटेगरी में घर बनाने की लागत 15-25 लाख रुपये तक आ सकती है.
वहीं घर बनाने की लागत कई बाहरी चीजों पर भी निर्भर करती है. ये बाहरी कारक इस प्रकार से हैं…
-ठेकेदार के जरिए बताई गई कीमत.
– मजदूरों की दिहाड़ी.
– घर बनाने में लगने वाले सामान के ट्रांसपोर्टेशन का खर्च.
– मैटेरियल की कीमतें बढ़ जाना.
– किसी मैटेरियल की बर्बादी हो जाना.
– किसी प्राकृतिक आपदा के कारण खर्च बढ़ जाना.
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