तला-भुना खाने से वेट हो गया था 96 kg बैठने मे फूलती थी सांस, बंदे ने इन 5 चीजों से कम किया फैट

मोटापा और इससे जुड़ी तमाम दिक्कतें आपको शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी कमजोर बनाती है। मोटापा से ग्रसित ज्यादातर लोगों को अपने जीवन में बॉडी शेमिंग (Body Shaming) का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही कहानी है बरेली में रहने वाले एक व्यापारी की जिसे ज्यादा वजन होने के कारण लोग मोटा …
 
तला-भुना खाने से वेट हो गया था 96 kg बैठने मे फूलती थी सांस, बंदे ने इन 5 चीजों से कम किया फैट


मोटापा और इससे जुड़ी तमाम दिक्कतें आपको शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी कमजोर बनाती है। मोटापा से ग्रसित ज्यादातर लोगों को अपने जीवन में बॉडी शेमिंग (Body Shaming) का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही कहानी है बरेली में रहने वाले एक व्यापारी की जिसे ज्यादा वजन होने के कारण लोग मोटा कहकर चढ़ाते थें। इसेक साथ ही यह व्यक्ति 96 किलो वजन के वजह से उठने-बैठने में सांस फूलने की परेशानी से भी जूझ रहा था। लेकिन इन्होंने अपने जीवनशैली और खान-पान में बदलाव कर सिर्फ 7 महीने में खुद को फैट से फिट बना लिया हैं। खास बात यह है कि जो इन्हें चिढ़ाते थें अब वही लोग इनका फिटनेस सीक्रेट पूछते हैं।

  • नाम- शशांक सक्सेना
  • व्यवसाय- व्यापार
  • आयु- 30 वर्ष
  • शहर- बरेली (उत्तर प्रदेश)
  • सबसे ज्यादा रिकॉर्ड किया वजन- 96
  • कितना वजन कम किया- 32
  • वजन कम करने में लगने वाला समय- 7 महीने

​क्या था टर्निंग पॉइंट

शशांक बताते हैं कि जब भी मैं कहीं जाता था तो लोग मुझे मोटा बोला करते थें। मेरे वजन का मजाक बनाते थें। जिससे मुझे खुद में बहुत शर्म आती थी। यहां तक की मैं जो कपड़ा पहनता था वह भी मुझ पर अच्छा नहीं लगता था। इन सभी चीजों की वजह से मैने समाज से दूरी बना ली थी।

​डाइट कैसी थी

1.नाश्ता

स्प्राउट्स, फल

2.दोपहर का खाना

एक रोटी, दाल, सब्जी, शालाद

3.प्री-वर्कआउट मील

ब्लैक कॉफी

4.पोस्ट वर्कआउट मील

पनीर, अंडा, दलिया

5.लो कैलोरी रेसिपी

एक सेब, शालाद

​वर्कआउट और फिटनेस सीक्रेट

शशांक बताते हैं कि मैने फिट रहने के लिए योगा किया, दौड़ना शुरू किया और खानपान में बदलाव किया। क्योंकि जब मैं मोटा था हर समय कुछ न कुछ खाता रहता था होटल का खाना और तेल खाता रहता था घर पर कुछ खाता ही नहीं था।

​ओवरवेट के कारण किन समस्याओं का सामना करना पड़ा

शशांक बताते हैं कि मैं मोटापे से परेशान हो गया था। ओवरवेट होने के कारण उठने-बैठने में भी मेरी सांसे फूलने लगती थी। न ज्यादा चल पता था न बैठा जाता था न भाग पता था।

​खुद को कैसे मोटिवेट रखा

शशांक ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि खुद पर भरोसा ही मेरा मोटिवेशन था। समाज के ताने सुन कर मैं परेशान हो चुका था मैंने अपने मन मैं सोच लिया था कि अब वजन कम करना ही है।

​लाइफस्टाइल में क्या बदलाव किए

फिट रहने के लिए शशांक बताते हैं कि उन्होंने खानपान में पूर्णरूप से बदलाव किया। इसके साथ ही सुबह जल्दी उठना, दौड़ना और योग करना शुरू किया।

​खुद के वेटलॉस से क्या सीख मिली?

मैं मानता हूं कि बॉडी का फिट रहना बहुत जरूरी होता है। आज जब मैं एक हेल्दी शेप में हूं तो लोग जो मुझे मोटा बोलकर मजाक उठाते थें अब मेरे फिटनेस का राज पूछते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

यदि आपके पास भी ऐसी ही वेट लॉस से जुड़ी अपनी कहानी है, तो हमें nbtlifestyle@timesinternet.in पर भेजें।



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