मंदिरों को दान देने वाले मुस्लिम लोग: बिहार में इश्तियाक ने दान की थी 2.5 करोड़ की जमीन

Tirupati Temple: ज्यादातर हिंदुस्तानियों की सबसे कमजोर नब्ज की बात करें तो वो है मज़हब. मज़हब के नाम पर लोग मरने-कटने तक को तैयार हो जाते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो हिंदुस्तान की गंगा-जमनी तहजीब को बनाए रखे हुए हैं. जो ना तो कोई मज़हब देखते हैं और ना ही किसी की ज़ात-पात में …
 
मंदिरों को दान देने वाले मुस्लिम लोग: बिहार में इश्तियाक ने दान की थी 2.5 करोड़ की जमीन


Tirupati Temple: ज्यादातर हिंदुस्तानियों की सबसे कमजोर नब्ज की बात करें तो वो है मज़हब. मज़हब के नाम पर लोग मरने-कटने तक को तैयार हो जाते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो हिंदुस्तान की गंगा-जमनी तहजीब को बनाए रखे हुए हैं. जो ना तो कोई मज़हब देखते हैं और ना ही किसी की ज़ात-पात में फर्क करते हैं. ऐसा ही कुछ हाल ही कर्नाटक में देखने को मिला है. यहां पर एक मुस्लिम परिवार ने तिरूपति मंदिर को 1.02 करोड़ रुपये दान में दिए हैं. इस खबर में हम आपको हाल ही में सामने आए इसी तरह के मामलों के बारे में बताएंगे, जिनमें मुस्लिमों ने हिंदू मंदिरों को बड़े-बड़े दान दिए हैं. 

पहले नंबर पर सबसे ताजे मामले की बात करते हैं. दरअसल चेन्नई के रहने वाले एक मुस्लिम जोड़े ने आंध्र प्रदेश के तिरुमाला में मौजूद भगवान वेंकटेश्वर के तिरुपति मंदिर में 1.02 करोड़ रुपये का दान दिया है. दान देने वाले शख्स का नाम अब्दुल गनी और उनकी पत्नी का नाम सुबीना बानो है. अफसरों के मुताबिक गनी ने 87 लाख रुपये पद्मावती रेस्ट हाउस को दिए हैं, साथ ही एसवी अन्ना प्रसादम् ट्रस्ट के लिए 15 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट शामिल है, जो हर दिन मंदिर में आने वाले हजारों भक्तों को मुफ्त भोजन प्रदान कराता है.

पहले भी लाखों का दान दे चुके हैं गनी
एक खबर के मुताबिक अब्दुल गनी पहले भी मंदिर में कई बार दान दे चुके हैं. कारोबारी अब्दुल गनी ने इससे पहले सब्जियां लाने और ले जाने के लिए 35 लाख रुपये का रेफ्रिजरेटर ट्रक दान में दिया था. इसके अलावा साल 2020 में उन्होंने कोरोना वायरस के वक्त स्प्रे करने के लिए ट्रैक्टर-माउंटेड स्प्रेयर दिया था. 

बिहार में शख्स ने मंदिर को दी थी 2.5 करोड़ की जमीन
इससे पहले इसी साल मार्च महीने में खबर आई थी कि बिहार के चंपारण जिले के कैथवलिया में बन रहे दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिर के लिए जमीन दान की थी. जमीन दान करने वाले शख्स का नाम इश्तयाक मोहम्मद खान बताया गया था. उन्होंने जो मंदिर दान में दी थी उसकी कीमत करीब ढाई करोड़ रुपये बताई गई थी. बता दें कि इस मंदिर में दुनिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग स्थापित किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इस शिवलिंग 33 फीट ऊंचा और 33 फीट गोलाई में होगा. 

राम मंदिर को दी 90 लाख की प्रॉपर्टी
इसी साल मार्च महीन में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को एक और मुस्लिम परिवार ने 90 लाख का दान दिया था. खबरों के मुताबिक समर गजनी ने राम मंदिर निर्माण के लिए अपनी 90 लाख रुपये की प्रॉपर्टी दान में देने का ऐलान किया था. समर गजनी अल्पसंख्यक समाज मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री रह चुके हैं. 

बेंगलुरु में शख्स ने दी लगभग 1 करोड़ की जमीन
बताया जाता है कि बाशा ने देखा कि उनकी तीन एकड़ जमी से सटे एक छोटे हनुमान मंदिर में भक्तों की तादाद बढ रही थी. मंदिर ट्रस्ट मंदिर के विस्तार की योजना बना रहा था लेकिन उसके पास पैसे की कमी थी. जिसके बाद बाशा ने मंदिर ट्रस्ट को कुछ जमीन दान करने की ख्वाहिश जाहिर की थी. इसके अलावा बेंगलुरू में भी एचएमजी बाशा नाम के कारोबारी ने बेंगलुरु के बाहरी इलाके में स्थित हनुमान मंदिर को करीब 80 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपये की जमीन दान की थी. इसमें 

MP में 50 लाख की जमीन की दान
इसके अलावा टीपू खान और फरीद खान ने 10 हजार वर्ग फीट जमीन मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के बारी इलाके में मौजूद कृष्ण मंदिर को दान में दी थी. दान की गई जमीन की कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई गई है. इसके अलावा दान देने वाले शख्स ने जमीन पर तीन लाख रुपये के खर्च से चारदीवारी भी बनवाई थी. 



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