इन 4 करोड़ बच्चों को खसरा से बचाना जरूरी, WHO ने बताया- ये है पहचान

Khasra Disease: (Khasra Outbreak) से विश्व स्वास्थ्य संगठन की नींद उड़ गई है। खसरा के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और अब डब्ल्यूएचओ ने एक चेतावनी जारी की है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और सीडीसी ने बयान जारी करके बताया है कि 4 करोड़ बच्चों पर भयंकर खतरा मंडरा रहा है।किन बच्चों पर मंडरा रहा …
 
इन 4 करोड़ बच्चों को खसरा से बचाना जरूरी, WHO ने बताया- ये है पहचान


Khasra Disease: (Khasra Outbreak) से विश्व स्वास्थ्य संगठन की नींद उड़ गई है। खसरा के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और अब डब्ल्यूएचओ ने एक चेतावनी जारी की है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और सीडीसी ने बयान जारी करके बताया है कि 4 करोड़ बच्चों पर भयंकर खतरा मंडरा रहा है।

किन बच्चों पर मंडरा रहा है खसरा का खतरा?डब्ल्यूएचओ और सीडीसी ने चार करोड़ बच्चों को खसरा से बचाने के लिए कहा है। क्योंकि, ये वो बच्चे हैं, जिन्होंने पिछले साल खसरा का टीका नहीं लगवाया है। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 में करीब 2.5 करोड़ बच्चे खसरा का पहला टीका नहीं ले सके थे और दूसरा टीका ना ले पाने वालों की संख्या 1.5 करोड़ के पास है।

खसरा महामारी का खतरा क्यों पैदा हुआ?

डब्ल्यूएचओ और सीडीसी की साझा रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि खसरा के मामले क्यों बढ़े हैं? दरअसल, खसरा का टीका ना लगवा पाने के पीछे ओमिक्रॉन (कोविड-19) रहा। ओमिक्रॉन के कारण पिछले साल बच्चे मीजल्स वैक्सीनेशन डोज नहीं ले पाए और उन पर खतरा मंडराने लगा।

खसरा का टीका कब लगवाना चाहिए?

सीडीसी ने खसरा का टीका लगवाने का वक्त बताया है। बच्चे को एमएमआर वैक्सीन (MMR Vaccine) की दो डोज लगवानी चाहिए। पहली डोज जन्म के 12 से 15 महीने के बीच लगती है और दूसरी डोज 4 से 6 वर्ष की उम्र के बीच लगवा सकते हैं। बच्चों के अलावा हेल्थ वर्कर्स और बुजुर्गों को भी डॉक्टर की सलाह पर खसरा का टीका लगवाना चाहिए।

खसरा रोग को कैसे पहचानें?

खसरा की पहचान करने के लिए सीडीसी ने कुछ लक्षण बताए हैं। खसरा संक्रमण होने के बाद 7 से 14 दिन में बच्चों में तेज बुखार, खांसी, नाक बहना और आंख आना जैसे लक्षण दिखते हैं। बच्चों में शुरुआती लक्षण दिखने के 2-3 दिन बाद मुंह के अंदर छोटे-छोटे सफेद धब्बे बनने लगते हैं।

ऐसे दिखते हैं खसरा के दाने

खसरा (Khasra Disease) के शुरुआती लक्षण शुरू होने के 3-5 दिन बाद इसके दाने आने लगते हैं। शुरुआत में यह दाने छोटे-छोटे सपाट लाल धब्बों की तरह दिखते हैं। इनके ऊपर छोटे दाने आने लगते हैं। खसरा के दाने चेहरे और हेयर लाइन से होते हुए गर्दन, हाथ, पैर, तलवे और पूरे धड़ पर हो जाते हैं। दाने आने के बाद बुखार तेज हो जाता है।

खसरा होने पर क्या करना चाहिए?

फिलहाल खसरा का इलाज उपलब्ध नहीं है। इसलिए इसके लक्षणों को कम करने की कोशिश की जाती है। खसरा का वायरस 10 से 14 दिनों में हल्का पड़ने लगता है। तब तक निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं।

  1. दर्द, बुखार को कम करने के लिए दवाएं
  2. पर्याप्त आराम करना
  3. पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना
  4. आंखों में चुभने वाली लाइट से दूर रहना
  5. विटामिन-ए सप्लीमेंट्स देना
  6. एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करना, आदि

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।



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