भारत में अगले कई साल रह सकता है 9% का ग्रोथ रेट, सरकार से जुड़े इस अहम व्यक्ति ने बताई वजह

आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने रविवार को कहा कि भारत कई सालों तक नौ फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर हासिल कर सकता है. उन्होंने कहा कि 2030 के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने के लिए जरूरी है कि दुनिया लगातार ऊंची वृद्धि दर हासिल करे. सान्याल ने यहां भारत की …
 
भारत में अगले कई साल रह सकता है 9% का ग्रोथ रेट, सरकार से जुड़े इस अहम व्यक्ति ने बताई वजह


आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने रविवार को कहा कि भारत कई सालों तक नौ फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर हासिल कर सकता है. उन्होंने कहा कि 2030 के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने के लिए जरूरी है कि दुनिया लगातार ऊंची वृद्धि दर हासिल करे. सान्याल ने यहां भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत पहली शेरपा बैठक के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत की प्रति व्यक्ति आय केवल 2,200 अमेरिकी डॉलर है और यह कई सालों की ऊंची वृद्धि दर के बाद हासिल की गई है.

GDP ग्रोथ का ऊंचा स्तर बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण: सान्याल

सान्याल ने कहा कि एसडीजी हासिल करने के लिए खासतौर से दुनिया के दक्षिणी हिस्से में ऊंची जीडीपी वृद्धि दर को बनाए रखना महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो हम जो कुछ भी कर रहे हैं, वह गरीबी के पुनर्वितरण से अधिक कुछ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अपेक्षाकृत बेहतर देशों में भी ज्यादातर का कर्ज बहुत ज्यादा है. उनके लिए भी जीडीपी वृद्धि का ऊंचा स्तर बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण होगा.

आपको बता दें कि वैश्विक आर्थिक परेशानियों और महंगाई से जूझ रही भारतीय अर्थव्यवस्था ने दूसरी तिमाही में 6.3 प्रतिशत की दर से तरक्की की है. सरकार ने बुधवार को जुलाई-सितंबर तिमाही के आंकड़े जारी किए थे. दुनियाभर में जहां मंदी की आशंका बढ़ रही है.

मंदी की चपेट में ब्रिटेन

ब्रिटेन जैसा विकसित देश मंदी की चपेट में आ चुका है. वहीं भारत की ये इकोनॉमिक ग्रोथ काबिले तारीफ है. हालांकि अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ रेट 13.5 प्रतिशत थी. वहीं बीते साल इसी तिमाही में आर्थिक प्रगति की दर 8.4 प्रतिशत थी.

बता दें कि आर्थिक वृद्धि दर को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक का अनुमान सही साबित हुआ है. केन्द्रीय बैंक ने दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.3 प्रतिशत रहने की बात कही थी. आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल देबब्रत पात्रा के नेतृत्व वाली एक टीम द्वारा लिखे गए स्टेट ऑफ द इकोनॉमी शीर्षक वाले लेख में यह भी कहा गया है कि हाल के वैश्विक घटनाक्रमों ने जोखिम और अवसर दोनों को बढ़ा दिया है. उन्होने कहा कि हाई फ्रिक्वेंसी इंडिकेटर के आधार पर दूसरी तिमाही के दौरान जीडीपी ग्रोथ 6.1 ले 6.3 प्रतिशत के बीच रह सकती है.



Click Here For Latest News Updates

To join us on WhatsApp Click Here and Join our channel on Telegram Click Here!