Operation Sindoor 2.0: आज की रात आखिरी रात, अब तक की सबसे बड़ी अपडेट

नई दिल्ली/इस्लामाबाद, 7 मई 2025, रात 9.12 बजे IST — भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपने चरम पर है। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। भारतीय सशस्त्र बलों ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसे भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक केंद्रित और संयमित कार्रवाई बताया। इस घटना ने वैश्विक स्तर पर व्यापक ध्यान आकर्षित किया है। दोनों देशों के नेताओं, राजनीतिक दलों, अंतरराष्ट्रीय समुदाय, और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रियाओं ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। नीचे इस घटना का विस्तृत विवरण, हताहतों की संख्या, वैश्विक मीडिया की प्रतिक्रियाएं, और नवीनतम अपडेट्स दिए गए हैं।
ऑपरेशन सिंदूर का अवलोकन
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत मंगलवार-बुधवार की रात 1:05 बजे से 1:30 बजे तक हुई, जब भारतीय वायु सेना ने मिराज 2000 और सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट्स का उपयोग करके पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर हमले किए। इन ठिकानों में बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का मुख्यालय, मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुख्यालय, और मुजफ्फराबाद में हिज्बुल मुजाहिदीन का एक कैंप शामिल था। भारतीय सेना ने इसे “फोकस्ड, मेजर्ड और नॉन-एस्केलेटरी” कार्रवाई बताया, जिसमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया। ऑपरेशन का नाम “सिंदूर” पहलगाम हमले में मारे गए पुरुषों की विधवाओं के प्रतीकात्मक संदर्भ में रखा गया, जो हिंदू परंपरा में विवाहित महिलाओं के माथे पर लगाए जाने वाले लाल सिंदूर को दर्शाता है।
हताहतों की संख्या
- भारत की ओर से दावा: भारतीय स्रोतों के अनुसार, ऑपरेशन में 70 से 100 आतंकवादी मारे गए। सरकार के सूत्रों ने बताया कि 24 मिसाइल हमलों में 70 आतंकवादी मारे गए और 60 से अधिक घायल हुए। ज़ी न्यूज़ ने दावा किया कि बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के 100 आतंकवादी मारे गए। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि यह कार्रवाई “पुख्ता इंटेलिजेंस इनपुट” पर आधारित थी और आतंकियों की रीढ़ तोड़ने के लिए थी।
- पाकिस्तान की ओर से दावा: पाकिस्तानी स्रोतों ने दावा किया कि हमलों में 26 नागरिक मारे गए और 46 घायल हुए। इनमें बहावलपुर में एक मस्जिद के पास हताहत शामिल हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि एक बच्चा शहीद हुआ और दो मस्जिदें नष्ट हुईं। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि 24 हथियारों के प्रभाव देखे गए और छह स्थानों पर हमले हुए।
- पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई से हताहत: पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर पुंछ और राजौरी सेक्टर में गोलीबारी की, जिसमें 12 भारतीय नागरिक मारे गए और 57 से अधिक घायल हुए। मारे गए लोगों में बलविंदर कौर उर्फ रूबी (33), मोहम्मद ज़ैन खान (10), उनकी बड़ी बहन ज़ोया खान (12), मोहम्मद अकरम (40), अमरीक सिंह (55), मोहम्मद इकबाल (45), रणजीत सिंह (48), शकीला बी (40), और अमरजीत सिंह (47) शामिल हैं। उड़ी सेक्टर में एक लड़की घायल हुई, जिसे अस्पताल ले जाया गया।
- विवाद और सत्यापन: दोनों पक्षों के दावों में विरोधाभास है। भारत का कहना है कि केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जबकि पाकिस्तान इसे नागरिक हताहतों के रूप में प्रस्तुत कर रहा है। स्वतंत्र सत्यापन की कमी के कारण सटीक आंकड़े अस्पष्ट हैं।
भारत की ओर से नवीनतम अपडेट्स
- सैन्य और सुरक्षा उपाय: भारत ने 244 जिलों में सिविल डिफेंस ड्रिल शुरू की, जो 1971 के युद्ध के बाद पहली ऐसी कवायद है। दिल्ली में 55 स्थानों पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जिसमें रात 8:00 से 8:15 बजे तक ब्लैकआउट शामिल था। श्रीनगर, लेह, जम्मू, अमृतसर, पठानकोट, चंडीगढ़, जोधपुर, जैसलमेर, शिमला, धर्मशाला, और जामनगर सहित 18 हवाई अड्डों पर उड़ानें रद्द की गईं। 200 से अधिक उड़ानों को रद्द किया गया, जिसमें एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइसजेट, और कुछ विदेशी एयरलाइंस शामिल हैं।
- कूटनीतिक कदम: भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया, जिससे पाकिस्तान में पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई। दोनों देशों ने एक-दूसरे के हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया। रेलवे मंत्रालय ने कर्मचारियों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से सतर्क रहने की चेतावनी दी। अटारी-वाघा सीमा पर बीटिंग रिट्रीट समारोह रद्द कर दिया गया।
- राजनीतिक गतिविधियां: सरकार ने गुरुवार सुबह 11 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस बैठक में भाग लेंगे। कांग्रेस ने अपनी सभी निर्धारित गतिविधियां, जैसे संविधान बचाओ रैलियां, स्थगित कर दीं।
भारत के नेताओं और हस्तियों के बयान
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: “यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा जवाब देगा। हमने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, किसी सैन्य सुविधा को नहीं। आतंकियों और उनके समर्थकों को धरती के छोर तक खोजकर सजा दी जाएगी। यह हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर था।” पीएम मोदी ने अपनी यूरोप यात्रा रद्द कर दी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ऑपरेशन की जानकारी दी।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: “यह कार्रवाई न्यायसंगत थी। हमने केवल उन्हीं को मारा जिन्होंने हमारे लोगों को नुकसान पहुंचाया। भारत ने फिर से अपने सैनिकों के नेतृत्व में आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविरों को नष्ट करके एक करारा जवाब दिया है।”
- गृह मंत्री अमित शाह: “हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम में हमारे निर्दोष भाइयों की क्रूर हत्या के प्रति भारत की प्रतिक्रिया है। मोदी सरकार की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति ऑपरेशन सिंदूर में दिखाई दी।”
- एनएसए अजीत डोभाल: “भारत तनाव नहीं बढ़ाएगा, लेकिन जवाब देगा।” डोभाल ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, यूएई, रूस, फ्रांस, और जापान के समकक्षों को ऑपरेशन की जानकारी दी।
- जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला: “हम इस स्थिति में इसलिए हैं क्योंकि उन्होंने हमारे निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया। अगर उन्होंने पहलगाम में हमारे लोगों पर हमला नहीं किया होता, तो हम यहाँ नहीं होते। भारत ने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन पाकिस्तान की प्रतिक्रिया असंतुलित है।”
- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने खतरनाक क्षेत्रों से नागरिकों को निकालने का आदेश दिया।
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे: “हम अपनी सशस्त्र सेनाओं पर गर्व करते हैं, जिन्होंने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर निर्णायक कार्रवाई की। पहलगाम हमले के बाद से कांग्रेस सशस्त्र बलों और सरकार के साथ आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए खड़ी रही है।”
- लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी: “हमने कांग्रेस वर्किंग कमेटी में चर्चा की। हमारी सेनाओं को पूरा समर्थन। उन्हें हमारी शुभकामनाएं और प्यार। कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस वर्किंग कमेटी की ओर से पूरा समर्थन।”
- कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश: “पहलगाम हमले के तुरंत बाद हमने सर्वदलीय बैठक की मांग की थी। कल की सर्वदलीय बैठक एक शक्तिशाली और निर्णायक ऑपरेशन सिंदूर के बाद बुलाई गई है।”
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस: “मैं हमारी सेनाओं को बधाई देता हूँ जिन्होंने पाकिस्तान में प्रवेश करके नौ सटीक ठिकानों को निशाना बनाया। मैं विशेष रूप से पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूँ। उन्होंने अपने वादे पूरे किए।”
- तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी: रेड्डी ने हैदराबाद में एक आपातकालीन सुरक्षा बैठक बुलाई ताकि प्रमुख प्रतिष्ठानों और रणनीतिक स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार राष्ट्रीय सशस्त्र बलों के साथ पूरा समर्थन और सहयोग देगी।”
- अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू: “ऑपरेशन सिंदूर केवल एक मिशन नहीं था, बल्कि भारत के मूल्यों का प्रदर्शन था।”
- राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा: शर्मा ने ऑपरेशन सिंदूर का स्वागत किया और इसे एक निर्णायक कदम बताया।
- राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत: गहलोत ने भी ऑपरेशन की सराहना की और इसे आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत कदम बताया।
- जदयू नेता सरयू रॉय: “ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की राजनीतिक नेतृत्व और तीनों सेनाओं की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। भारत को ऐसी घटनाओं में कब्जा किए गए किसी भी क्षेत्र को वापस नहीं करना चाहिए, जैसा कि 1965 और 1971 में हुआ था।”
- बीजेपी विधायक अरविंद गुप्ता: “हमने रक्तदान किया है ताकि किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहा जा सके। अधिक युवाओं को आगे आना चाहिए और राष्ट्र में योगदान देना चाहिए।”
- बीजेपी नेता अल्ताफ ठाकुर: “यह जनता की मांग थी और ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ स्थानों पर हमला किया गया। यह बहुत अच्छा कदम है।”
- जम्मू-कश्मीर जदयू अध्यक्ष जी.एम. शाहीन: “यह सही समय पर लिया गया सही निर्णय था। हमले सही ठिकानों पर किए गए। यह आतंकी ठिकानों पर हमले थे। राष्ट्र ऑपरेशन का उत्सव मनाएगा।”
- समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव: “पराक्रमो विजयते (नन्हा विजयी होता है)।” उन्होंने सशस्त्र बलों की कार्रवाई की सराहना की।
- बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती: “भारतीय सेना की ऑपरेशन सिंदूर कार्रवाई, जिसमें पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया, गौरवपूर्ण और प्रशंसनीय है।”
- आध्यात्मिक नेता श्री श्री रवि शंकर: “जो लोग कूटनीतिक तरीकों से नहीं सीखते, उन्हें सबक सिखाना पड़ता है।”
- अजमेर के सूफी नेता सैयद नासिरुद्दीन चिश्ती: “आज भारत ने अपनी ताकत दिखाई है। मैं सभी सैन्य कर्मियों को सलाम करता हूँ और सरकार को धन्यवाद देता हूँ। मैं पीएम को धन्यवाद देता हूँ क्योंकि वे लोगों की भावनाओं को समझते हैं।”
- शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती: “सिंदूर हमारा गर्व है। जब हमारी माताएं और बहनें इसे पहनती हैं, तो उनकी महिमा प्रकट होती है। आपने सिंदूर का अपमान किया। यह स्वाभाविक है कि आपने सिंदूर को मिटाने की कोशिश की। हमारी सरकार ने एक ऑपरेशन शुरू किया है।”
- आरएसएस: “ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में पहला कदम है।”
- दक्षिण भारतीय सिनेमा की हस्तियां: कई प्रमुख हस्तियों ने भारतीय सशस्त्र बलों की निर्णायक कार्रवाई की सराहना की।
पहलगाम हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों की प्रतिक्रियाएं
- प्रशांत सतपथी की पत्नी प्रियदर्शिनी सतपथी: “आतंकियों ने क्रूरता से नागरिकों, जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं, की हत्या की। रात में की गई तेज और सटीक सैन्य कार्रवाई एक उचित जवाब थी। ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ प्रतीकात्मक था—आतंकी हमले ने निर्दोष महिलाओं के माथे से पवित्र सिंदूर मिटा दिया था।”
- सुशील नाथनियल की पत्नी: “मैं चाहती हूँ कि मेरे पति को मारने वाले चार आतंकवादी भी मरें।”
- हिमांशी नरवाल, लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी: “यह आतंकवाद को खत्म करने की शुरुआत होनी चाहिए।”
- चरोकमहुआ तागे, आईएएफ कॉर्पोरल तागे हैलयांग की विधवा: “इस ऑपरेशन ने मेरे नुकसान को कम किया है और मैं चाहती हूँ कि सरकार सभी आतंकवादियों और उनके ठिकानों को खत्म कर दे।”
- अशन्या, पहलगाम हमले में पति को खोने वाली महिला: “मैं प्रधानमंत्री मोदी, मंत्रियों और सशस्त्र बलों के प्रमुखों, जिसमें वायु सेना और सेना प्रमुख शामिल हैं, को धन्यवाद देती हूँ कि उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में मेरे पति की मौत का बदला लिया।”
- मुंबई की एक पर्यटक: “मैं उन लोगों को सलाम करती हूँ जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया।”
पाकिस्तान के नेताओं और हस्तियों के बयान
- प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ: “पाकिस्तान समय और स्थान चुनकर जवाब देगा। यह कायरतापूर्ण हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दुश्मन ने पाकिस्तान की पांच जगहों पर कायराना हमले किए हैं। पाकिस्तानी राष्ट्र और उसकी सशस्त्र सेनाएं दुश्मन से निपटना जानती हैं। हम दुश्मन को अपने दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों में सफल नहीं होने देंगे।” शरीफ ने इसे “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुलाई।
- रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ: “अगर भारत तनाव कम करता है, तो हम मामले को समेटने को तैयार हैं, लेकिन हमला होने पर जवाब देंगे।” आसिफ ने दावा किया कि पांच भारतीय विमान मार गिराए गए और कई भारतीय सैनिकों को बंदी बनाया गया।
- लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी (ISPR): “पाकिस्तान जवाब देने का अधिकार रखता है और वह समय, स्थान और तरीके का चुनाव खुद करेगा। भारत ने 24 मिसाइलों से छह ठिकानों पर हमला किया।”
- जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर: “हमले में मेरी बड़ी बहन, उनके पति, भतीजा, भतीजी और पांच बच्चे शहीद हुए। कायर मोदी ने निर्दोष बच्चों, अविवाहित महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया। दुख और सदमा इतना है कि इसे बयान नहीं किया जा सकता।”
- उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार: “भारत की कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून, और देशों के बीच संबंधों के मूल सिद्धांतों का स्पष्ट उल्लंघन है। भारतीय नेतृत्व ने पहलगाम हमले का इस्तेमाल पीड़ित होने का झूठा नैरेटिव बनाने और आतंकवाद को राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग करने के लिए किया।”
पाकिस्तान की ओर से नवीनतम अपडेट्स
- सैन्य और नागरिक प्रभाव: पाकिस्तान ने दावा किया कि हमलों में 26 नागरिक मारे गए और 35 घायल हुए, जबकि दो लोग लापता हैं। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि कोई भी पाकिस्तानी विमान नहीं खोया गया। मुजफ्फराबाद में बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
- आर्थिक प्रभाव: पाकिस्तान के बेंचमार्क KSE-100 इंडेक्स में 6% की गिरावट आई, क्योंकि निवेशक भावनाएं भू-राजनीतिक तनावों के डर से प्रभावित हुईं।
- कूटनीतिक कदम: पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को औपचारिक रूप से सूचित किया और “भारतीय आक्रमण” के जवाब में उचित प्रतिक्रिया देने का अधिकार सुरक्षित रखा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
- संयुक्त राष्ट्र: महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से “अधिकतम सैन्य संयम” बरतने की अपील की। उनके प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, “दुनिया दोनों देशों के बीच टकराव बर्दाश्त नहीं कर सकती।”
- अमेरिका: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “यह शर्म की बात है। मुझे उम्मीद है कि यह जल्द खत्म होगा।” विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, “मैं भारत और पाकिस्तान की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा हूँ। मैं राष्ट्रपति की टिप्पणियों का समर्थन करता हूँ कि यह जल्द खत्म हो और मैं दोनों देशों के नेतृत्व के साथ शांतिपूर्ण समाधान के लिए संपर्क में रहूंगा।”
- ब्रिटेन: प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा, “ब्रिटेन दोनों देशों के साथ तत्काल संपर्क में है, संवाद और डी-एस्केलेशन को प्रोत्साहित कर रहा है।” विदेश सचिव डेविड लैमी ने दोनों देशों से संयम बरतने का आग्रह किया। व्यापार सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स ने स्थिति को “बेहद चिंताजनक” बताया।
- रूस: विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा, “हम सैन्य टकराव बढ़ने से गहरी चिंता में हैं। हम पक्षों से संयम बरतने और स्थिति को शांतिपूर्ण, कूटनीतिक तरीकों से हल करने की उम्मीद करते हैं।”
- चीन: चीन ने दोनों देशों से क्षेत्र की शांति और स्थिरता के व्यापक हित में अधिकतम संयम बरतने का आह्वान किया और कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ तनाव कम करने में “रचनात्मक भूमिका” निभाएगा।
- संयुक्त अरब अमीरात: विदेश मंत्री और उपप्रधानमंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नहयान ने दोनों देशों से संयम बरतने, तनाव कम करने और आगे बढ़ने से बचने का आग्रह किया।
- इज़राइल: भारत में इज़राइल के राजदूत रियुवेन अज़ार ने कहा, “इज़राइल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोष लोगों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से बचने की कोई जगह नहीं है।” मुंबई में इज़राइल के महावाणिज्यदूत कोब्बी शोशानी ने कहा, “भारत और बाकी दुनिया भारत या पश्चिम एशिया में किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी।”
- अज़रबैजान: विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर हमलों की निंदा की और कहा, “हम पाकिस्तान के लोगों के साथ एकजुटता में हैं, निर्दोष पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”
- कतर: विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों से कूटनीतिक समाधान की अपील की।
- पूर्व ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक: “कोई भी राष्ट्र यह स्वीकार नहीं करना चाहिए कि किसी अन्य देश द्वारा नियंत्रित भूमि से उस पर आतंकी हमले किए जाएं। भारत आतंकी बुनियादी ढांचे पर हमला करने में उचित है। आतंकवादियों के लिए कोई छूट नहीं हो सकती।”
- पूर्व ब्रिटिश पीएम (अन्य): “कोई भी राष्ट्र आतंकी हमलों को स्वीकार नहीं करना चाहिए। भारत आतंकी बुनियादी ढांचे पर हमला करने में उचित है।”
- भारतीय-अमेरिकी सांसद: सांसद रो खन्ना ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया, लेकिन संयम और डी-एस्केलेशन का आह्वान किया और पाकिस्तान में लोकतांत्रिक सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया।
- अंतरराष्ट्रीय संकट समूह के वरिष्ठ विश्लेषक प्रवीण डोंठी: “भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव 2019 की आखिरी बड़ी संकट की तुलना में पहले ही बड़े पैमाने पर पहुंच गया है। दोनों पक्षों पर घरेलू भावनाएं उच्च हैं, जो आगे तनाव बढ़ने का खतरा बढ़ा रही हैं। भारत और पाकिस्तान को कूटनीति चुननी चाहिए, क्योंकि किसी भी आगे की सैन्य कार्रवाई में अस्वीकार्य जोखिम हैं।”
वैश्विक मीडिया की प्रतिक्रियाएं
- न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT): “पाकिस्तान में राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व भले ही भ्रष्ट हो, लेकिन वे इतने मूर्ख नहीं हैं कि वे एक ऐसे दुश्मन के साथ लड़ाई को भड़काएं जो सैन्य शक्ति में उससे दस गुना अधिक मजबूत है।”
- बीबीसी: “पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में भीषण गोलाबारी और तेज धमाकों की रिपोर्ट सामने आ रही है।”
- वाशिंगटन पोस्ट: वैश्विक नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर दोनों पक्ष तनाव कम करने में नाकाम रहे तो इसके खतरनाक नतीजे होंगे।
- द गार्जियन: “भारत ने पाकिस्तान के अंदर सैन्य हमले शुरू किए क्योंकि कश्मीर तनाव विस्फोटक हो गया।”
- फाइनेंशियल टाइम्स: “भारत-पाकिस्तान संकट बढ़ गया क्योंकि नई दिल्ली ने मिसाइल हमले का आदेश दिया।”
- द टाइम्स: “भारत ने पर्यटक नरसंहार के बाद पाकिस्तान पर बमबारी की, जिससे संघर्ष का डर बढ़ गया।”
भारत में अन्य प्रतिक्रियाएं
- जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोग: श्रीनगर और अन्य क्षेत्रों में लोगों ने “इंडियन आर्मी जिंदाबाद” और “भारत माता की जय” के नारे लगाए।
- एनआईए: राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने लोगों से पहलगाम हमले से संबंधित जानकारी, फोटो या वीडियो साझा करने की अपील की और संपर्क नंबर जारी किए।
- बीसीसीआई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कहा कि आईपीएल 2025 का सीजन, जो 25 मई तक चलने वाला है, सामान्य रूप से जारी रहेगा।
- कर्नल सोफिया कुरैशी की प्रेस ब्रीफिंग: “ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को न्याय देने के लिए शुरू किया गया था। नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और नष्ट किया गया। कोई सैन्य सुविधा निशाना नहीं बनी और अभी तक नागरिक हताहतों की कोई रिपोर्ट नहीं है।”
- विंग कमांडर व्योमिका सिंह: सिंह ने पुष्टि की कि सभी नौ ठिकाने सफलतापूर्वक नष्ट किए गए।
दोनों देश अलर्ट मोड पर
ऑपरेशन सिंदूर ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को अभूतपूर्व स्तर पर पहुंचा दिया है। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को स्पष्ट किया, जबकि पाकिस्तान इसे अपनी संप्रभुता पर हमला बता रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय डी-एस्केलेशन की कोशिश में जुटा है, लेकिन दोनों पक्षों की सैन्य तैयारियां और बयानबाजी स्थिति को और बिगाड़ सकती हैं। दोनों देशों के बीच एक पूर्ण पैमाने पर युद्ध की आशंका बढ़ गई है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, खासकर दोनों के परमाणु हथियारों से लैस होने के कारण।