CIBIL Score New Rule: RBI ने हाल ही में 2024 के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं . यह गाइडलाइन उन लोगों के लिए वरदान साबित हो सकती हैं जो लोन चुकाने में असमर्थ हैं. मौजूदा समय में जहां हर चीज की कीमत तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राइवेट या सहकारी बैंकों से लोन लेने के लिए मजबूर हो जाते हैं. चाहे वह पर्सनल लोन हो या कार लोन हर किसी को लोन चुकाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में RBI के नये नियमों से लोगो को राहत मिली हें.
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क्या हैं RBI के ये नए नियम?– CIBIL Score New Rule
RBI की नई गाइडलाइंस के अनुसार यदि आप लोन नहीं चुका पा रहे हैं, तो आपके पास उसे रीस्ट्रक्चर करने का विकल्प मौजूद है. इसका मतलब है कि आप अपने लोन को दो हिस्सों में बाँट सकते हैं. For Example अगर आपने 10 लाख रुपये का लोन लिया है और आप उसे चुकाने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं, तो आप लोन की आधी राशि, यानी 5 लाख रुपये पहले चुका सकते हैं, जबकि बाकी 5 लाख रुपये को लंबे समय में आसान किस्तों में चुका सकते हैं. इस प्रकार, EMI का बोझ भी कम हो जाएगा और लोन को चुकाने में आसानी होगी.
क्या है लोन रीस्ट्रक्चरिंग का फायदा?– CIBIL Score New Rule
लोन रीस्ट्रक्चरिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपको डिफॉल्टर का टैग लगने से बचाता है. जब कोई व्यक्ति लोन चुकाने में विफल होता है, तो उसकी क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) खराब हो जाती है, और इसका सीधा असर उसके सिबिल स्कोर पर पड़ता है.
सिबिल स्कोर (CIBIL Score) गिरने से भविष्य में लोन लेने की संभावना कम हो जाती है, क्योंकि बैंक लोन देने से पहले सिबिल स्कोर की जांच करते हैं. यदि सिबिल स्कोर कम होता है, तो बैंक लोन देने से इनकार कर देते हैं. लेकिन लोन रीस्ट्रक्चरिंग से आप अपनी क्रेडिट हिस्ट्री को सुधार सकते हैं और डिफॉल्टर टैग से बच सकते हैं.
लोन लेने से पहले ध्यान रखें ये बातें– CIBIL Score New Rule
RBI की गाइडलाइंस के अनुसार, अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं, तो सभी नियमों और शर्तों का पालन करना बेहद जरूरी है. चाहे प्राइवेट बैंक हो या सरकारी बैंक, सभी बैंकों के कर्मचारियों का लक्ष्य होता है कि वे ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को लोन (Loan) दें. लेकिन आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि लोन लेने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करें और सुनिश्चित करें कि आप लोन की EMI समय पर चुका सकेंगे.
RBI की नई गाइडलाइंस लोन लेने वालों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आई हैं. लोन रीस्ट्रक्चरिंग की सुविधा से अब उन लोगों को फायदा मिलेगा, जो किसी कारणवश लोन की पूरी राशि एक बार में नहीं चुका पा रहे हैं. इससे न केवल आपकी क्रेडिट हिस्ट्री सुधरेगी, बल्कि आप भविष्य में भी लोन लेने के योग्य बने रहेंगे.