कर्मचारियों के लिए नये साल में नया तोफा अब फिटमेंट फैक्टर होगा 3 गुना

SB News Digital Desk: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ये साला काफी खास रहा. कुल मिलाकर 8 फीसदी महंगाई भत्ते में इजाफा हुआ. लेकिन, इंतजार कई और तोहफों का है. साल खत्म होने में अब महज डेढ़ महीना बचा है. इसके बाद नए साल का सफर शुरू होगा. नए साल में तोहफे भी नए होंगे और ज्यादा होंगे.
अक्टूबर में हुए DA में इजाफे के बाद अब कर्मचारियों का महंगाई भत्ता नए साल में रिवाइज होगा. लेकिन, उसके साथ ट्रैवल अलाउंस (TA), HRA में भी बढ़ोतरी संभव है. साथ ही सबसे बड़ा अपडेट फिटमेंट फैक्टर पर मिल सकता है.
7th CPC की सिफारिशों के आधार पर केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी बढ़ाने के लिए फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) लागू किया गया. फिटमेंट फैक्टर लगने की वजह से केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी सीधे 6000 रुपए से 18000 रुपए हो गई. फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना निर्धारित किया गया. हालांकि, सिफारिशों के मुताबिक, इसे 3 रखने की बात कही गई. अगर ये 3 होता तो मिनिमम सैलरी 21,000 रुपए बनती. लेकिन, केंद्रीय कर्मचारियों ने इसे 3.68 रखने की डिमांड रखी. तब से ये मामला लंबित है. कई साल बीतने के बाद भी फिटमेंट फैक्टर में कोई बदलाव नहीं हुआ. लेकिन, अब अच्छी खबर आ रही है.
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर ये है कि उनका फिटमेंट फैक्टर नए साल में रिवाइज किया जा सकता है. सूत्रों की मानें तो सरकार कर्मचारियों को खुश करने की तैयारी में है. ऐसे में उनका फिटमेंट 2.57 गुना से बढ़ाकर 3 गुना किया जा सकता है. हालांकि, ये भी मौजूदा मांग से काफी कम होगा. लेकिन, 3 गुना होने पर भी कर्मचारियों के पे-बैंड के हिसाब से अच्छा खासा इजाफा हो जाएगा.
7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक, फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना है. केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी तय करते समय, भत्तों के अलावा जैसे महंगाई भत्ता (DA), यात्रा भत्ता (TA), हाउस रेंट अलाउंट (HRA) वगैरह., कर्मचारी की बेसिक सैलरी को 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission latest update) के फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है. उदाहरण के तौर पर- अगर किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी होगी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए. अगर इसी को 3 मान लिया जाए तो सैलरी होगी 21,000X3= 63,000 रुपए. कर्मचारियों को इसमें बंपर फायदा मिलेगा.
केंद्रीय कर्मचारी की सैलरी तय होती है तो इसके बाद तमाम तरह के भत्तों को जोड़ा जाता है, जैसे DA, TA, HRA, मेडिकल रीम्बर्समेंट वगैरह. DA में बढ़ोतरी के बाद TA उसी आधार पर बढ़ाया जाता है. DA में बढ़ोतरी TA से भी लिंक्ड है. इसी तरह HRA और मेडिकल रीम्बर्समेंट भी तय हो जाता है. जब सारे भत्ते कैलकुलेट हो जाते हैं तब केंद्रीय कर्मचारी की मासिक CTC तय होती है.
सभी तरह के भत्ते और सैलरी फाइनल होने के बाद अब बात आती है मासिक Provident Fund (PF) और ग्रेच्युटी योगदान की. PF और ग्रेच्युटी योगदान बेसिक सैलरी और DA से लिंक होता है. केंद्रीय कर्मचारी का PF और ग्रेच्युटी उसके फॉर्मूले से तय होता है. जब सारे भत्ते और कटौतियां CTC से हो जाती हैं तब केंद्रीय कर्मचारी की टेक होम सैलरी तय होती है.