PPF में इन्वेस्ट करने से पहले जरूर जान लें ये बातें
Fri, 26 May 2023

SB News Digital Desk: PPF में इन्वेस्ट करने से पहले जरूर जान लें ये बातें पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) स्कीम आम लोगों के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही है. इस स्कीम के जरिए देश के लोग लंबे समय के लिए इंवेस्टमेंट कर सकते हैं. साथ ही उस इंवेस्टमेंट पर अच्छा ब्याज भी हासिल कर सकते हैं. देश में लाखों लोग पीपीएफ स्कीम में फिलहाल निवेश भी कर रहे हैं. हालांकि पीपीएफ स्कीम में निवेश करते वक्त एक अहम बात का भी ध्यान रखना जरूरी है. आइए जानते हैं इसके बारे में
दरअसल, अगर आपको पीपीएफ स्कीम में इंवेस्टमेंट करना है तो आपको ये बात पता होनी चाहिए कि पीपीएफ स्कीम में एक निश्चित आधार पर ब्याज भी प्रदान किया जाता है. पीपीएफ स्कीम सरकार के जरिए समर्थित है. ऐसे में सरकार की ओर से पीपीएफ स्कीम की ब्याज दर पर हर तीन महीने मे समीक्षा भी की जाती है और जरूरत लगने पर पीपीएफ स्कीम की ब्याज दर में बदलाव भी किया जा सकता है.
पीपीएफ स्कीम में अगर निवेश करना चाहते हैं तो फिलहाल अप्रैल-जून 2023 में सालाना आधार पर 7.1 फीसदी का ब्याज पीपीएफ स्कीम में लोगों को मुहैया करवाया जा रहा है. वहीं पीपीएफ स्कीम एक लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट स्कीम है और यह शुरू होने से 15 साल तक चलती है. ऐसे में स्कीम का रिटर्न 15 साल बाद मिलता है.
15 साल बाद पीपीएफ स्कीम की मैच्योरिटी होती है. ऐसे में लंबे समय के लिए इंवेस्टमेंट करने के लिहाज से पीपीएफ स्कीम बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. वहीं इस स्कीम में एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये का इंवेस्टमेंट किया जा सकता है. साथ ही इस स्कीम पर टैक्स सेविंग का फायदा भी मिलता है.
दरअसल, अगर आपको पीपीएफ स्कीम में इंवेस्टमेंट करना है तो आपको ये बात पता होनी चाहिए कि पीपीएफ स्कीम में एक निश्चित आधार पर ब्याज भी प्रदान किया जाता है. पीपीएफ स्कीम सरकार के जरिए समर्थित है. ऐसे में सरकार की ओर से पीपीएफ स्कीम की ब्याज दर पर हर तीन महीने मे समीक्षा भी की जाती है और जरूरत लगने पर पीपीएफ स्कीम की ब्याज दर में बदलाव भी किया जा सकता है.
पीपीएफ स्कीम में अगर निवेश करना चाहते हैं तो फिलहाल अप्रैल-जून 2023 में सालाना आधार पर 7.1 फीसदी का ब्याज पीपीएफ स्कीम में लोगों को मुहैया करवाया जा रहा है. वहीं पीपीएफ स्कीम एक लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट स्कीम है और यह शुरू होने से 15 साल तक चलती है. ऐसे में स्कीम का रिटर्न 15 साल बाद मिलता है.
15 साल बाद पीपीएफ स्कीम की मैच्योरिटी होती है. ऐसे में लंबे समय के लिए इंवेस्टमेंट करने के लिहाज से पीपीएफ स्कीम बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. वहीं इस स्कीम में एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये का इंवेस्टमेंट किया जा सकता है. साथ ही इस स्कीम पर टैक्स सेविंग का फायदा भी मिलता है.
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