अगर PPF को लेकर पता चल जाएं ये 4 बातें, तो कभी नहीं करेंगे निवेश, देख सुनकर लें फैसला जाने पूरी डिटेल

 
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SB News Digital Desk, नई दिल्ली: अगर PPF को लेकर पता चल जाएं ये 4 बातें, तो कभी नहीं करेंगे निवेश, देख सुनकर लें फैसला जाने पूरी डिटेल अगर आप निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो पीपीएफ की एक पॉपुलर लॉंग टर्म सेविंग स्कीम आपके लिए बेस्ट ऑप्शन के तौर पर है। ये स्कीम लंबे समय के लिए निवेश करने की सहुलियत देती है। वहीं हर तीन महीने में इस स्कीम में दी जा रही ब्याज दर का रिव्यू किया जाता है और जरुरत पड़ने पर ब्याज दर में बदलाव भी किया जाता है। इस समय पीपीएफ में 1 अप्रैल से 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। जबकि हर दूसरी सेविंग स्कीम के जैसे पीपीएफ में भी कुछ नुकसान हैं। ऐसे में निवेश करने से पहले इसके नुकसान के बारे में जरुर जान लें।

आपको बता दें कि पीपीएफ ब्याज दर EPF से भी कम है। जो कि कर्मचारियों के लिए बेहद ही आकर्षक लगती है। ये लोगों के लिए बेहत रिटर्न और टैक्स का लाभ के लिए वीपीएफ के द्वारा से ईपीएफ के लिए ज्यादा रकम दे सकते हैं। इस समय EPF में 8.15 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। जबकि पीपीएफ में 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। काफी सारे सैलरीड कर्मचारी अच्छी इनकम के लिए पीपीएफ में निवेश करते हैं. वहीं सैलरीड लोग पीपीएफ में निवश करने बजाय VPF में निवेश करते हैं। इसमें टैक्स में छूट और काफी ज्यादा ब्याज मिलता है।

 

पीपीएफ खाते में मैच्योरिटी होने में 15 साल लग जाे हैं जो कि एसल में काफी लंबा समय है। वे इस रणनीति के लिए काफी अनुकूल हैं। जबकि पीपीएफ का 15 साल लंबा पीरियड होता है जो कि कम समय वाली पड़ने वाली जरुरतों के लिए सही नहीं है। अगर निवेशक को अरजैंट में पैसों की जरुरत हैं तो उसे दूसरा समाधान निकालना होगा।

अगर पीपीएफ खाते में निवेश करते हैं तो अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा कर सकते हैं। ऐसे में सैलरीड कर्मचारियों जो कि 1.5 लाख रुपये से भी ज्यादा एक फाइनेंशियल ईयर में जमा करना चाहते हैं तो उनके लिए ये स्कीम नहीं है।

पीपीएफ से समय से पहले निकासी के लिए काफी सख्त नियम हैं। और खाता खोलने के लिए साल को छोड़कर 5 साल के बाद में हर फाइनेंशियल ईयरर में एक निकासी तक सीमित है। शर्तों के मुताबिक अगर निवेश प्रक्रिया समय से पहले बंद करते हैं तो 1 फीसदी की कटौती होती है। अगर खाताधारक निवेश प्रोसेस जारी रखना चाहते हैं तो साल में 500 रुपये जमा करके खाते को चालू रख सकते हैं।

पीपीएफ नियमों के मुताबिक केवल इन स्थिति में खाते को जल्दी बंद करने की परमीशन है।

खाताधारक उनके पति या फिर पत्नी या फिर उनके बच्चों को जानलेवा बीमा हो।

बच्चों के लिए आगे के पढ़ाई के लिए कहीं जाना हो रहा है।

बच्चे की पढ़ाई के लिए एक साथ पैसे की जरुरत हो

समय से पहले खाता बंद करने पर खाता खोलने की तारीख से 1 फीसदी का ब्याज लगता है।

जल्दी बंद करने का रिक्वेस्ट करने की बजाय पीपीएफ खाताधारक इसे चालू रखना चाहते हैं तो हर साल 500 रुपये जमा करने होंगे।

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