ICICI ने ग्राहकों को दिया तोहफा, 20 मई से लागू हो गई नई ब्याज दरें जाने पूरी जानकारी

SB News Digital Desk, नई दिल्ली: ICICI ने ग्राहकों को दिया तोहफा, 20 मई से लागू हो गई नई ब्याज दरें जाने पूरी जानकारी आईसीआईसीआई बैंक ने अपने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल बैंक ने 15 महीने से 2 साल की जमा अवधि पर 7 प्रतिशत की ब्याज दर....आइए पूरी डिटेल जानें नीचे खबर में।
ICICI बैंक ने ₹2 करोड़ से अधिक की बल्क फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर अपनी ब्याज दरों को संशोधित कर दिया है. परिवर्तन के बाद, बैंक अब 7 दिनों से लेकर 10 वर्षों तक की एफडी पर 4.75% से 6.75% तक की ब्याज दरों की पेशकश कर रहा है. एक साल से पंद्रह महीने में मैच्योर होने वाले डिपॉजिट पर अब अधिकतम 7.25% का रिटर्न है. बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, नई बल्क एफडी दरें आज, 20 मई, 2023 से प्रभावी हैं.
आज भी एफडी सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है. इस समय एफडी पर ब्याज फिर से बढ़ रहा है. इसकी वजह से रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में लगातार बढ़ोतरी करना. साथ ही एफडी में निवेश शुरू से ही निवेश के सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक है.
7 दिनों से 29 दिनों में परिपक्व होने वाली जमा पर, बैंक 4.75% की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है और 30 दिनों से 45 दिनों में परिपक्व होने पर, आईसीआईसीआई बैंक 5.50% की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है. आईसीआईसीआई बैंक 46 दिनों से 60 दिनों की जमा अवधि पर 5.75% की ब्याज दर और 61 दिनों से 90 दिनों की जमा अवधि पर 6.00% की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है.
91 दिनों से 184 दिनों में परिपक्व होने वाली जमाओं पर अब 6.50% की ब्याज दर मिलेगी. वहीं 185 दिनों से 270 दिनों में परिपक्व होने वालों को 6.65% की ब्याज दर मिलेगी. 271 दिनों से 1 वर्ष से कम समय में परिपक्व होने वाली थोक जमा पर, बैंक 6.75% की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है और 1 वर्ष से 15 महीने में परिपक्व होने पर, आईसीआईसीआई बैंक अब 7.25% की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है. आईसीआईसीआई बैंक अब 15 महीने से 2 साल की जमा अवधि पर 7% की ब्याज दर और 2 साल 1 दिन से 10 साल में परिपक्व होने पर 6.75% की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है.
Q4FY23 में बैंक की समेकित शुद्ध आय 53,922.75 रुपये करोड़ थी, जो Q4FY22 में 42,834.06 रुपये करोड़ से साल दर साल 25.88% अधिक थी. आईसीआईसीआई बैंक ने मार्च 2023 को समाप्त तिमाही के लिए 38,716.56 करोड़ रुपये का शुद्ध व्यय दर्ज किया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 31,306.02 करोड़ था.