Barmer News: उचित मूल्य की दूकान के एक मैनेजर को बालोतरा जिले की समदड़ी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बालोतरा जिले के समदड़ी इलाके में उचित मूल्य दुकान के व्यवस्थापक गजेंद्र सिंह को गेहूं के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पर 69.9 क्विंटल गेहूं के गबन का आरोप है। यह गिरफ्तारी पांच महीने की लम्बी जांच के बाद की गई है। फिलहाल पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
कैसे हुआ मामला दर्ज?
पुलिस के अनुसार, समदड़ी के नायब तहसीलदार हिमंताराम, जो कार्यवाहक प्रवर्तन निरीक्षक भी हैं, ने 15 मई 2024 को समदड़ी पुलिस थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया गया कि गजेंद्र सिंह पुत्र सवाई सिंह निवासी समदड़ी को अन्नपूर्णा महिला सहकारी समिति की उचित मूल्य दुकान का व्यवस्थापक नियुक्त किया गया था, जहां से गेहूं का वितरण किया जाता था।
निरीक्षण में सामने आईं अनियमितताएं
24 अप्रैल 2023 को जिला रसद अधिकारी बाड़मेर द्वारा उचित मूल्य दुकान का निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण में कई अनियमितताएं पाई गईं, जिसके बाद 26 अप्रैल 2023 को गजेंद्र सिंह को निलंबित करते हुए नोटिस जारी किया गया।
28 जून 2023 को गजेंद्र सिंह ने जिला रसद अधिकारी के कार्यालय में उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत किया, लेकिन 69.9 क्विंटल गेहूं की कमी के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। इसके बाद 12 जुलाई 2023 को उन्हें फिर से नोटिस जारी कर 18 जुलाई 2023 तक उपस्थित होने के निर्देश दिए गए। बावजूद इसके, वह निर्धारित समय पर हाजिर नहीं हुए।
उचित मूल्य दुकान का लाइसेंस रद्द
18 जुलाई 2023 को जिला रसद अधिकारी ने उचित मूल्य दुकानदार का प्राधिकार पत्र रद्द कर दिया। उन्होंने पाया कि गजेंद्र सिंह ने 69.9 क्विंटल गेहूं का गबन किया था, जो कि आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत एक गंभीर आपराधिक कृत्य है। इस गबन के आधार पर मामला दर्ज किया गया और उचित कानूनी कार्रवाई शुरू की गई।
आरोपी की गिरफ्तारी और जेल भेजा
डीएसपी नीजर कुमारी शर्मा ने बताया कि गबन के आरोप में फरार आरोपी गजेंद्र सिंह को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई। तकनीकी जानकारी और सुराग के आधार पर उसे डिटेन कर पूछताछ की गई। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
पुलिस की जांच जारी
मामले में अभी भी जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी गजेंद्र सिंह के खिलाफ पहले से भी एक मामला दर्ज है। इस कार्रवाई में हेड कॉन्स्टेबल परशुराम और जगदीश मीणा ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।