देश में मानसून की वापसी की प्रक्रिया तेज हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार यूपी, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और बिहार के कई हिस्सों में अगले 2 से 3 दिनों में मानसून की विदाई की अनुकूल परिस्थितियां बन रही है।
मानसून की वापसी की रेखा
मानसून की वापसी की वर्तमान रेखा नौतनवा, सुल्तानपुर, पन्ना, नर्मदापुरम, खरगाँव और नंदुरबार होते हुए गुजर रही है। 29° अक्षांश और 84° देशांतर के साथ यह वापसी का ट्रैक दर्शाता है कि अब मानसून कई क्षेत्रों से विदा ले रहा है।
अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र
11 अक्टूबर की सुबह पूर्वी मध्य अरब सागर में गोवा और उत्तरी कर्नाटक तट के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अगले 2 से 3 दिनों में डिप्रेशन में बदलने की संभावना है। यह सिस्टम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा और इसके चलते महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण
इसके अलावा, तमिलनाडु तट के पास बंगाल की खाड़ी में एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है, जिससे इन इलाकों में भी बारिश हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
जम्मू और पाकिस्तान के सटे क्षेत्रों में भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिससे इन इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है। यह विक्षोभ समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई तक फैला है, जिससे उत्तर-पश्चिमी भारत में भी मौसम प्रभावित होगा।
पिछले 24 घंटों का मौसम हाल
पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी असम, अरुणाचल प्रदेश और तटीय आंध्र प्रदेश में भारी बारिश दर्ज की गई है। वहीं, नॉर्थ-ईस्ट और कोंकण-गोवा, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश देखी गई।
अगले 24 घंटों की संभावना
12 अक्टूबर के लिए मौसम की भविष्यवाणी में, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, झारखंड, ओडिशा, सिक्किम और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में भी हल्की बारिश हो सकती है।