इंफाल। मणिपुर के कुछ जिलों में सुबह पांच बजे से 10 बजे तक पांच घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई। कुकी उग्रवादियों द्वारा दो पुरुषों, छह महिलाओं और बच्चों की हत्या के बाद हुए विरोध-प्रदर्शनों के कारण इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग और जिरीबाम जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है । कुछ व्हाइट लिस्टेड कनेक्शनों को छोड़कर इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। सत्तारूढ़ और विपक्षी विधायकों तथा नागरिक समाज ने केन्द्र सरकार से महिलाओं और बच्चों की हत्या करने वाले कुकी उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया है।
बैठक में केंद्र से जिरीबाम में छह मासूम महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सात दिनों के भीतर सामूहिक अभियान शुरू करने को कहा गया। बैठक में कहा गया कि जिरीबाम में छह मासूम मैतेई महिलाओं और बच्चों, सात नवंबर को जिरीबाम में एक हमार महिला की मौत और नौ नवंबर को बिष्णुपुर जिले के सैटन में एक मैतेई महिला किसान की हत्या से संबंधित मामलों को तुरंत राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया जाए।
बैठक में छह मासूम महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार कुकी उग्रवादियों को सात दिन के भीतर गैरकानूनी संगठन घोषित करने का निर्णय लिया गया। यदि निर्दिष्ट अवधि के भीतर उपरोक्त प्रस्तावों को लागू नहीं किया जाता है तो सभी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायक राज्य के लोगों के परामर्श से भविष्य की कार्रवाई तय करेंगे।
केंद्र और राज्य सरकारों से मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए जल्द से जल्द सभी आवश्यक कदम उठाने को कहा गया। इस बीच, राज्य कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर संकट को हल करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखा है।