इंफाल। मणिपुर में जारी अशांति के बीचए कॉनराड संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने भाजपा के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। पत्र में एनपीपी ने कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में मणिपुर सरकार राज्य में जातीय हिंसा को नियंत्रित करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह से विफल रही है। मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए नेशनल पीपुल्स पार्टी ने तत्काल प्रभाव से मणिपुर राज्य में बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया है।
60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में
नेशनल पीपुल्स पार्टी के 7 सदस्य हैं, जो भाजपा सरकार को समर्थन दे रहे थे। भाजपा के पास 32 सदस्य हैं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 31 हैं। ऐसे में सरकार को फिलहाल खतरा नहीं है। इसके अलावा कांग्रेस के 5, जदयू के 6, नागा पीपुल्स फ्रंट के 5, कुकी पीपुल्स एलायंस के 2 और 3 सीटों पर निर्दलीय है।
लोग नया जनादेश चाहते हैं तो मैं इस्तीफा देने को तैयार: कीशम
मणिपुर के कांग्रेस अध्यक्ष और वांगखेम से विधायक कीशम मेघचंद्र ने एक्स पर एक पोस्ट किया कि अगर मणिपुर के लोग राज्य में शांति लाने के लिए नया जनादेश लाना चाहते हैं तो मैं सभी कांग्रेस विधायकों के साथ विधायक पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं।