झालावाड़। पिछले दिनों झांसी के अस्पताल में हुए अग्निकांड में पूरे देश को हिला कर रख दिया, लेकिन कई जगहों पर इतने गंभीर मामलों के बाद भी प्रशासन और जिम्मेदार नहीं जागे हैं। झालावाड़ के मिनी सचिवालय में भी ठीक यही स्थितियां देखने को मिली जब हमने वहां पहुंचकर सचिवालय में लगे हुए फायर फाइटिंग सिस्टम की स्थिति का जायजा लिया और उसके बारे में जनता से छानबीन की। पूरे मामले को देखने पर कई चौंकाने वाली बातें निकलकर सामने आई जो साफ तौर पर एक बड़ी लापरवाही की तरफ इशारा करती हैं।
सूत्र बताते हैं कि जब से यह फायर फाइटिंग सिस्टम लगा है तब से लेकर अब तक इसका कभी निरीक्षण भी नहीं हुआ है, ऐसे में बड़ा सवाल यह पैदा हो जाता है कि आखिर कभी कोई आपात स्थिति बन जाए तो करोड़ों खर्च करके लगे इस पूरे सिस्टम का क्या फायदा, और इसके धोखा दे देने पर आपात स्थिति से कैसे निपटा जाएगा? झालावाड़ के मिनी सचिवालय में लगा यह फायर फाइटिंग सिस्टम पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है इमारत के बहारी हिस्से में लगाए गए जंक्शन बॉक्स मौसम और पानी की मार खा खाकर बर्बाद हो गए हैं। इनमें से पाइप एवं अन्य उपकरण भी गायब हो चुके हैं। इन जंक्शन बॉक्स को इसलिए बनाया जाता है कि इमारत में आग लगने की स्थिति में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बाहर से ही इनके माध्यम से पानी इमारत के किसी भी हिस्से में पहुंच सके, लेकिन यह सभी बॉक्स पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं।
इसके अतिरिक्त प्रत्येक दफ्तर के दरवाजे के बाहर लगे हुए फायर अलार्म के बटन दबाने पर कहीं भी अलार्म नहीं बजता है। इमारत में लगे हुए फायर अलार्म पूरी तरह से बंद हो चुके हैं जिनको भी दुरुस्त नहीं करवाया गया है। इसके अलावा प्रत्येक अधिकारी के कक्षा के बाहर अग्निशमन यंत्र लगाए गए हैं लेकिन अधिकांश अग्निशमन यंत्र खाली है। उनमें प्रेशर ही नहीं है। इसके अतिरिक्त यंत्र के पीछे लगी हुई निरीक्षण एवं अन्य विवरण वाली पर्चियां बिल्कुल खाली पड़ी हुई हैं, जिससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि उनका निरीक्षण हुआ ही नहीं है। क्योंकि यदि निरीक्षण हुआ होता तो इन पर हस्ताक्षर होते और निरीक्षण की डिटेल भी लिखी होती है।
कलक्टर ने कही उचित कार्यवाही की बात
झालावाड़ जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने पूरे मामले को तत्परता से लेते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग और झालावाड़ नगर परिषद के अधिकारियों से बातचीत की एवं तत्परता से फायर फाइटिंग सिस्टम को चेक करके रिपोर्ट सौंपने और इसको दुरुस्त करवाने की बात कही। जिला कलेक्टर ने कहा कि पूरा मामला उनके संज्ञान में अभी आया है तथा इस पूरे मामलों को दिखाकर उचित कार्यवाही करेंगे, ताकि समस्या का समाधान हो और जरूरत पड़ने पर इस सुविधा का लाभ मिल सके।
इनका कहना है
झालावाड़ मिनी सचिवालय की तरफ से उनका निरीक्षण के लिए कोई भी लिखित पत्र नहीं मिला है, उन्होंने कहा कि मिनी सचिवालय में लगे फायर फाइटिंग सिस्टम का संचालन वही के स्टाफ को करना होता है नगर परिषद की सेवाएं आपात स्थिति में दी जाती हैं।
-भानुप्रताप सिंह प्रभारी, नगर परिषद के अग्निशमन
सार्वजनिक निर्माण विभाग और झालावाड़ नगर परिषद के अधिकारियों से बातचीत करके तत्परता से फायर फाइटिंग सिस्टम को चेक करके रिपोर्ट सौंपने और इसको दुरुस्त करवाएंगे। मामला अभी संज्ञान में आया है, मामले को दिखवाकर उचित कार्यवाही करके समस्या का समाधान करेंगे।
-अजय सिंह राठौड़, झालावाड़ जिला कलेक्टर