कोटा। शहर में आए दिन रोड लाइटें बंद होने की समस्या का सामना आमजन को करना पड़ रहा है। लेकिन उन्हें ठीक करवाने के लिए लोगों की समय पर सुनवाई तक नहीं होती। लेकिन अब कोटा विकास प्राधिकरण ने रोड लाइटों की समस्या समाधान के लिए हैल्प लाइन जारी की है। लोगों का कहना है कि लाइटें बंद होने पर उन्हें चालू करवाने के लिए नगर निगम में फोन करते हैं तो वे केडीए की बताकर टाल देते हैं और केडीए में फोन करते हैं तो कभी नम्बर ही नहीं लगता और कभी नगर निगम की बताकर वहां से भी टाल दिया जाता है।
पहले बेसिक नम्बर था अब वाट्सअप भी
कोटा विकास प्राधिकरण के सहायक अभियंता(विद्युत) ललित कुमार ने बताया कि कोटा विकास प्राधिकरण की ओर से शहर में केडीए केअधिकार क्षेत्र में आने वाली रोड लाइटोंकी समस्या समाधान के लिए हैल्प लाइन नम्बर जारी किए हैं। पहले केवल बेसिक नम्बर ही था। लेकिन कई बार लोगों की शिकायत रहती है कि उस नम्बर पर फोन ही नहीं लगता। ऐसे में उस समस्या को देखते हुए अब बेसिक नम्बर केसाथ ही मोबाइल पर वाट्सअप नम्बर भी हैल्प लाइन के लिए जारी किया है। जिस पर सिर्फ केडीए की बंद व खराब रोड लाइटों से संबंधित शिकायत और बनद लाइटों का फोटो खींचकर डाला जा सकता है। शिकायत मिलने पर 24 घंटे मेंटीम द्वारा उस समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। यदि बड़ी समस्या होगी तो उसमें समय लग सकता है। लेकिन उस समस्या का शीघ्र समाधान कर आमजन को राहत दी जाएगी। सहायक अभियंता ने बताया कि इसके लिए विद्युत अनुभाग के अधिकारी नियमित मॉनिटरिंग करेंगे कि समस्या का समाधान हुआ या नहीं।
नवज्योति की खबरों पर कार्रवाई
नवज्योति हेल्प लाइन की इस मांग को लेकर लगातार समाचार प्रकाशित करता रहा है। रोड लाइटों को लेकर शहर में लम्बे समय से समस्या बनी हुई थी। लोग हेल्प लाइन की मांग कर रहे थे जिससे समस्या का निष्पादन हो सके और केडीए तक उनकी आवाज पहुंच सके।
यह है हेल्प लाइन नम्बर
एईएन ललित कुमार ने बताया कि केडीए की रोड लाइटों से संबंधित शिकायत बेसिक नम्बर 0744-2477021पर और वीडियो, एसएमएस व वाट्सअप के लिए मोबाइल नम्बर 7300 062970 है। इन नम्बरों पर शिकायत प्राप्त होने पर तुरंत समस्या का समाधान किया जाएगा।
केडीए की करीब 40 हजार रोड लाइटें : एईएन ने बताया कि कोटा शहर में मेन रोड समेत कई स्थानों पर करीब 25 हजार से अधिक तो सामान्य रोड लाइटें है।जबकि 12 हजार से अधिक डेकोरेटिव लाइटें है। इनके अलावा नगर निगम की लाइटें अलग से हैं।