कोटा । नगर निगम को बरसात के सीजन में पौधारोपण करने का लक्ष्य मिला तो निगम की जमीन नहीं होने से अधिकतर पौधे वन विभाग की जमीन पर लगाने पड़े। जबकि साजीदेहड़ा नाले पर पौधे लगाने के लिए प्लांटर बनाने के बाद भी वहां सीजन बीतने के बाद तक पौधे नहीं लग सके। जिससे वह कचरा घर बनकर रह गए। नगर निगम कोटा दक्षिण की ओर से साजी देहड़ा नाले की जमीन का उपयोग करते हुए यहां नाले के सहारे हरियाली करने की योजना थी। जिससे नाले के सहारे छोटी नाली बनाई जाए और चार दीवारी के सहारे प्लांटर बनाकर पौधे लगाए जा सके। जिससे नाले की चौड़ाई कम होने से बरसात के समय निर्बाध रूप से नाले का पानी बह सके और पूरे साल नाले में पानी की आवक कम होने से छोटी नाली से पानी आसान से बह सके। साथ ही नाले के सहारे पौधे लगाने से वहां हरियाली रहेगी। नाले व सड़क के बीच की जगह पर पौधे लगे होने से आस-पास के लोग वहां कचरा भी नहीं डाल सकेंगे। उसी योजना के तहत नगर निगम की ओर से साजी देहड़ा नाले की चार दीवारी पर पहले तो लोहे की ऊंची रैलिंग लगाई। जिससे कचरे को नाले में डालने से रोका जा सके। उसके बाद उस चार दीवारी के सहारे अंदर की तरफ प्लांटर बनाया। उस प्लांटर में मिट्टी भरी गई। उसके बाद बरसात में उस प्लांटर में पौधे लगाने थे।लेकिन बरसात का पूरा सीजन निकल गया। वहांअभी तक पौधे नहीं लगे। वरन् उस प्लांटर में कचरा डाला जा रहा है। सूअर व अन्य मवेशियों का जमघट लगा हुआ है। जिससे वहां हरियाली कीजगह उसकी दुर्दशा हो रही है। ऐसे में उस जगह से रोजाना दिनभर में निकलने वाले हजारों लोगों को गंदगी व दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है।
सीवरेज लाइन डालने से रोका काम
नगर निगम कोटा दक्षिण के अधिशाषी अभियंता ए.क्यू कुरैशी ने बताया कि नाले के सहारे प्लांटर बनाकर बरसात के समय में पौधे लगाने की योजना थी। लेकिन उसी समय केडीए द्वारा उस जगह से सीवरेज लाइन डालने की जानकारी दी गई। पम्पिंग स्टेशन से लाइन जोड़ने के लिए प्लांटर की करीब 20 फीट की दीवार को तोड़ दिया गया। उनका काम लम्बा चला। वह काम अब पूरा हुआ है। ऐसे में यदि पहले पौधे लगाते तो सभीखराब हो जाते। अब काम पूरा होने पर चार दीवारी कोसही कर वहां फिर से प्लांटर सही कर शीघ्र ही पौधे लगाए जाएंगे।
नाले के किनारे खाली जगह पर लगाएंगे पौधे
नगर निगम कोटा दक्षिण के महापौर राजीव अग्रवाल ने बताया कि उनका प्रयास है कि आगामी समय में शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारा जाएगा। साथ ही शहर में सड़क व नालों के किनारे खाली जमीन पर पौधा रोपण कर शहर को हरा भरा बनाया जाएगा। ऐसा कोटा दक्षिण क्षेत्र में सभी बड़े नालों के सहारे किया जाएगा। साजी देहड़ा में सीवरेज का काम होने से समय लगा।