कोटा। शहर में वाहनों की बढ़ती संख्या और सिकुड़ती सड़कों से ट्रैफिक में समस्या बनी हुई है। वाहनों को खड़ा करने के लिए एक तरफ तो नई-नई पार्किंग बनाई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ जहां पार्किंग है उस पर अधिकारियों का ध्यान नहीं होने से उसकी दुर्दशा हो रही है। जिसका खामियाजा ट्रैफिक अव्यवस्था के रूप में आमजन को भुगतना पड़ रहा है। यह मामला है नगर निगम कोटा उत्तर में पुरानी सब्जीमंडी क्षेत्र का। वार्ड 5 में पुराने मिनी बस स्टैंड से लेकर जे.पी. सर्किल और उपभोक्ता भंडार से लेकर आस-पास के क्षेत्र में दो पहिया से लेकर चार पहिया वाहन तक,मिनी बसों से लेकर रिक् शे तक और फल के ठेलों से लेकर फुटकर सामान बेचने वालों तक का जमघट लगा रहता है। जिससे सुबह से रात तक इस क्षेत्र में ऐसी हालत रहती है कि चार पहिया वाहन तो आसानी से निकल ही नहीं पाता। जबकि दो पहिया वाहन चालकों तक को दिन के समय में कई बार रैंग-रैंग कर निकलना पड़ता है। एक तरफ तो सड़क के दोनों तरफ वाहनों का जमघट और दूसरी तरफ दुकानों का सामान सड़क सीमा में रखा होने से चारों तरफ अव्यवस्था का आलम बना हुआ है।
सामुदायिक भवन के बेसमेंट की पार्किंग
पुरानी सब्जीमंडी में ही मेन रोड पर वाल्मीकि समाज का सामुदायिक भवन बना हुआ है।इस भवन का निर्माण तत्कालीन स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के समय में कराया गया था। इस सामुदायिक भवन में विवाह समारोह व अन्य आयोजन होते रहे है। उन आयोजनों केदौरान आने वाले लोगों के वाहन भी सड़क पर ही खड़े हो रहे है। जबकि सामुदायिक भवन के बेसमेंट में पार्किंग की जगह बनी हुई है। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों की अनदेखी के कारण इस बेसमेंट पार्किंग की दुर्दशा हो रही है।यहां आस-पास के लोगों ने कब्जा किया हुआ है। सूअर व अन्य आवारा मवेशियों का जमावड़ा लगा हुआ है। रात को अंधेरा होने से असामाजिक तत्वों का बसेरा रहता है। जिससे यहां गंदगी, दुर्गंध व अतिक्रमण बना हुआ है।
अतिक्रमण की भरमार
इस सामुदायिक भवन की चार दीवारी के सहारे अतिक्रमण की भरमार हो गई है। लोगों ने थड़ियां लगा लगी ली है। जिससे सामुदायिक भवन का शो तो खराब हो ही रहा है। साथ ही बेसमेंट पार्किंग के गेट के सामने तक वाहन खड़े होने से वह नजर नहीं आता। जिससे उनकी आड़ में कई गलत काम तक हो रहे है। यहां तक कि सामुदायिक भवन के सामने संकरी गली में कई दुकानों को तोड़कर उनके स्थान पर रास्ते को चौड़ा किया गया था। लेकिन वहां भी वाहन खड़े होने से वह रास्ता भी सिकुड़ गया है।
पानी सूखा लेकिन उपयोग नहीं
बेसमेंट पार्किंग में पहले काफी समय तक सीपेज का पानी भरा हुआ था।जिसे कई बार तोड़ने का प्रयास किया लेकिन वह कम नहीं हो रहा था। जिससे उसका उपयोग नहीं हो पा रहा था। लेकिन वर्तमान में बेसमेंट पार्किंग का पानी पूरी तरह से सूख चुका है। उसके बाद भी उसका उपयोग पार्किंग में नहीं किया जा रहा है। जबकि इस पार्किंग स्थल के होते हुए भी सड़क पर वाहन खड़े करने पड़ रहे है। जिससे ट्रैफिक जाम व अव्यवस्था का सामना आमजन को ही भुगतना पड़ रहा है। जबकि स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि यदि बेसमेंट पार्किंग को शुरु कर दिया जाए तो कम से कम दुकानदार तो अपने वाहन यहां खड़े कर सकते है। दुकानदार ’यादा समय दुकान पर रहते है।जबकि ग्राहक तो कुछ ही देर के लिए आते है। बेसमेंट पार्किंग शुरु होने से पार्किंग की समस्या का काफी हद तक समाधान हो सकता है।
इनका कहना
सामुदायिक भवन की बेसमेंट पार्किंग में पहले सीपेज का पानी भरा हुआ था। तत्कालीन स्रायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के समय में इसे नगर विकास न्यास के माध्यम से सही कराया गया था। लेकिन यहां न तो चौकीदार की व्यवस्था है और न ही कोई व्यवस्था। इस बेसमेंट पार्किंग को चालू करवाने व चौकीदार लगवाने के लिए महापौर व आयुक्त को कई बार पत्र लिखा जा चुका है। यदि यहां पार्किंग शुरु कर दी जाए तो पुरानी सब्जीमंडी क्षेत्र के ट्रैफिक व्यवस्था में काफी सुधार होसकता है।
-रफीक अहमद, पार्षद वार्ड 5़, नगर निगम कोटा उत्तर
दो दिन पहले ही निगम के अधिकारियों की बैठक की थी। जिसमें कोटा उत्तर क्षेत्र में पार्किंग में सुधार के लिएजगह की तलाश की जा रही है। सामुदायिक भवन की पार्किंग को भी देखा जाएगा। यदि वह उचित स्थान लगता है तो उसे सही करवाकर उसका उपयोग पार्किंग के रूप मेंकरने का पूरा प्रयास करेंगे।
-अशोक त्यागी, आयुक्त नगर निगम कोटा उत्तर